जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज द्वारा शनिवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा Writ Petition (Civil) No. 640/2025 में पारित आदेश एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के आदेश संख्या 162/2025 के अनुपालन में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11:00 बजे से किया गया, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चयनित स्वयं सेवकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के प्रति प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आगामी निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाताओं तथा राजनीतिक दलों द्वारा ऑनलाइन दावे, आपत्तियाँ एवं सुधार संबंधी आवेदन दाखिल करने में सहायता प्रदान करना था।
स्वयं सेवकों को यह भी बताया गया कि वे कैसे आम नागरिकों की समस्याओं को सुनकर उन्हें समाधान की दिशा में उचित मार्गदर्शन दें। प्रशिक्षण सत्र के दौरान ऑनलाइन आवेदन प्रणाली की तकनीकी जानकारी, प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने तथा कानूनी प्रावधानों की जानकारी पर विशेष बल दिया गया।
इस पहल का उद्देश्य न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाना है, बल्कि ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में तकनीकी जागरूकता को भी बढ़ावा देना है।
सारस न्यूज, किशनगंज।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज द्वारा शनिवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा Writ Petition (Civil) No. 640/2025 में पारित आदेश एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, किशनगंज के आदेश संख्या 162/2025 के अनुपालन में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सुबह 11:00 बजे से किया गया, जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चयनित स्वयं सेवकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के प्रति प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आगामी निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाताओं तथा राजनीतिक दलों द्वारा ऑनलाइन दावे, आपत्तियाँ एवं सुधार संबंधी आवेदन दाखिल करने में सहायता प्रदान करना था।
स्वयं सेवकों को यह भी बताया गया कि वे कैसे आम नागरिकों की समस्याओं को सुनकर उन्हें समाधान की दिशा में उचित मार्गदर्शन दें। प्रशिक्षण सत्र के दौरान ऑनलाइन आवेदन प्रणाली की तकनीकी जानकारी, प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने तथा कानूनी प्रावधानों की जानकारी पर विशेष बल दिया गया।
इस पहल का उद्देश्य न केवल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाना है, बल्कि ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में तकनीकी जागरूकता को भी बढ़ावा देना है।
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