सारस न्यूज, किशनगंज।
सीएम नीतीश कुमार के समाधान यात्रा के दौरान आदेश के बाद भी मोतीहारा स्थित सरकारी जीएनएम एवं पैरा मेडिकल संस्थान में शिक्षकों की बहाली नहीं हुई। इससे संस्थान के विद्यार्थियों का भविष्य अंधेरे में हैं। संस्थान को सही रुप से संचालन किए जाने को ले अब छात्र 10 मई से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करेंगे। छात्रों के द्वारा आगामी 10 मई को, अस्पताल के कार्य बहिष्कार व तालाबंदी करने को लेकर सोमवार को अनुमंडल कार्यालय पहुंच कर एसडीएम को आवेदन दिया गया। विद्यार्थियों ने एसडीएम को आवेदन देने के बाद बताया कि हम सभी पीएमआई मोतीहारा के छात्र – छात्राएं बीते एक साल से कालेज के छात्रावास में रह रहे हैं। अभी तक ट्यूटर, डेमोस्ट्रेटर व लेक्चचर की नियुक्ति नहीं हुई हैं। सभी नामांकित छात्रों के लिए स्वीकृत 1500 रुपये प्रति माह मिलने वाली राशि मुहैया नहीं कराई गई है और ना ही जिले के अस्पतालों में प्रशिक्षण के लिए जाने के लिए परिवहन की कोई व्यवस्था की गई है। इन समस्याओं को लेकर कई बार डीएम और सिविल सर्जन से भी मिले, लेकिन कुछ परिणाम नही निकला। 10 मई 2023 से राज्य के संचालित सभी पारामेडिकल कालेज से संबंधित अस्पतालो में कार्य बहिष्कार और तालाबंदी किया जाएगा। सभी मेडिकल कालेज इकाई द्वारा सभी कालेज प्रशासन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी सारी जवाबदेही कालेज प्रशासन और राज्य सरकार की होगी।
बताते चलें कि किशनगंज शहर से करीब 13 किमी दूर मोतिहारा में 20 करोड़ की लागत से कुछ वर्ष पहले सरकारी जीएनएम व पैरा मेडिकल संस्थान का निर्माण किया गया था। संस्थान में बीसीईसीईबी ने सत्र 2021- 23 के लिए 69 छात्र-छात्राओं एवं 22-24 के लिए 83 छात्र-छात्राएं का नामांकन रेडियोलोजी व एनेस्थीसिया विभाग के लिए किया था। संस्थान में एक भी प्रोफेसर नियुक्त नहीं किए गए। जिससे नामांकित छात्र- छात्राओं का भविष्य अंधेरे में दिख रहा है।
जीएनएम एवं पैरा मेडिकल संस्थान में शिक्षकों की बहाली को लेकर छात्रों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, 10 मई से अपनी मांगों को लेकर करेंगे आंदोलन।
