सारस न्यूज, नक्सलबाड़ी।
शिक्षा विभाग की सख्त नीतियों और प्रशासनिक आदेशों के बावजूद, प्राथमिक डांगुजोत हिंदी प्राथमिक विद्यालय के स्थायी शिक्षक मोहम्मद इरसाद ने अपने स्थानांतरण (ट्रांसफर) आदेश को मानने से इनकार कर दिया है। मो. इरसाद का ट्रांसफर अस्थायी रूप से खोरीबाड़ी सर्किल के अनंत हिंदी जूनियर बेसिक विद्यालय में किया गया था। विगत 6 महीने से वे अनंत हिंदी जूनियर बेसिक में कार्यरत थे। खोरीबाड़ी सर्किल की एसआई शिल्पी विश्वास द्वारा सिलीगुड़ी प्राथमिक शिक्षा सांसद के चेयरमैन दिलीप राय के आदेश से मो. इरसाद को खोरीबाड़ी सर्किल के ही रामजनम प्राथमिक विद्यालय में भेजा गया। लेकिन मो. इरसाद ने तबादले का पत्र लेने से इनकार कर दिया। खोरीबाड़ी सर्किल की एसआई द्वारा जारी यह आदेश कई दिन पहले भेजा गया था, लेकिन संबंधित शिक्षक ने अब तक कार्यभार ग्रहण नहीं किया है।
सूत्रों की मानें तो मो. इरसाद का स्थानांतरण विभागीय प्रक्रिया के तहत नियमानुसार किया गया था, लेकिन उन्होंने आदेश का पालन करने से मना कर दिया। ऐसे में न केवल आम जनता में विभाग की छवि पर असर पड़ा है, बल्कि शिक्षा विभाग के अंदर भी हलचल मच गई है। यह घटना यह दर्शाती है कि विभाग अपने ही कर्मचारियों पर अनुशासन कायम रखने में असफल साबित हो रहा है। अगर एक शिक्षक खुलेआम विभागीय आदेश को ठुकरा सकता है, तो अन्य कर्मियों को भी यह गलत संदेश जा सकता है।
प्रशासन की चुप्पी
मामले के उजागर होने के बावजूद अभी तक शिक्षा विभाग के किसी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कोई ठोस बयान या कार्रवाई सामने नहीं आई है। अधिकारियों की चुप्पी ने इस पूरे घटनाक्रम को और भी संदिग्ध बना दिया है।
शिक्षक संघ के सदस्यों ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
स्थानीय शिक्षक संघ के कुछ सदस्यों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे पूरे शिक्षक समुदाय की छवि धूमिल होती है। उनका मानना है कि व्यक्तिगत कारणों के बावजूद अगर कोई शिक्षक आदेश नहीं मानता, तो यह स्पष्ट रूप से अनुशासनहीनता है और उस पर विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए।
अब आगे क्या होगा?
अब सभी की नजरें विभाग पर टिकी हैं कि वह इस मामले में क्या कदम उठाता है। क्या मो. इरसाद पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी या मामला यूं ही दबा दिया जाएगा? सवाल यह भी है कि क्या शिक्षा विभाग अपने आदेशों की गंभीरता बनाए रखने के लिए कोई कड़ा संदेश देगा?
क्या कहती हैं एसआई
इस संबंध में खोरीबाड़ी सर्किल की एसआई (स्कूल इंस्पेक्टर) शिल्पी विश्वास ने बताया कि यह मामला संबंधित उच्च अधिकारी को भेज दिया गया है। उनका जो आदेश आएगा, उस हिसाब से काम किया जाएगा।