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सामरिक, व्यवसायिक तथा पर्यटन के दृष्टिकोण से अतिमहत्त्वपूर्ण एनजेपी स्टेशन को बनाया जा रहा है विश्व स्तरीय।

सारस न्यूज टीम, सिलीगुड़ी।

न्यु जलपाईगुड़ी (एनजेपी) स्टेशन का महत्व सामरिक, व्यवसायिक तथा पर्यटन तीनों ही दृष्टिकोण से काफी महत्त्वपूर्ण है। इसी के मद्देनजर पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफ रेलवे) के कटिहार डिवीजन अंतर्गत न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन को विश्व स्तरीय स्टेशन बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। कुछ ही समय में एनजेपी रेलवे स्टेशन का कायाकल्प होने वाला है। दरअसल न्यू जलपाईगुड़ी यानि एनजेपी रेलवे स्टेशन की महत्ता आने वाले दिनों में और अधिक बढ़ने वाली है। एनजेपी टू ढाका ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आ जाएगा। स्वभाविक रूप से रेल मंत्रालय इस स्टेशन के सौंदर्यीकरण के लिए काफी गंभीर है। मिली जानकारी के अनुसार इस स्टेशन पर प्रतिदिन लगभग 50 ट्रेनों की आवाजाही होती है और हजारों यात्री आते-जाते हैं। अब बांग्लादेश के ढाका तक रेल सेवा शुरू होने से यात्रियों का दबाव और बढ़ेगा।

इसे देखते हुए यहा 3-4 और नए प्लेटफार्म बनाए जाने की आवश्यकता महसूस हो रही है। इसकी कवायद भी शुरू हो गई है। फिलहाल न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर सिर्फ पांच प्लेटफार्म हैं। कई बार प्लेटफार्म खाली नहीं होने पर ट्रेनों को आउटर पर रूकना पड़ता है।

जल्द ही इस स्टेशन से एनजेपी ढाका मिताली एक्सप्रेस सेवा शुरू होने वाली है। इसकी ढांचागत तैयारिया पूरी कर ली गई हैं। स्टेशन पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट तथा अंतरराष्ट्रीय यात्री टर्मिनल जैसी सुविधाएं स्थापित कर दी गई है। कभी भी इस सेवा को शुरू करने की हरी झंडी दी जा सकती है। इसके बाद न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर यात्रियों का मूवमेंट काफी बढ़ जाएगा। इसी कारण इस स्टेशन के कायाकल्प की तैयारी की जा रही है। इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जाएंगे।

एनएफ रेलवे एनजेपी के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार एनजेपी स्टेशन के माध्यम से सिलीगुड़ी का 85 प्रतिशत व्यवसाय संचालित होता है। इसके अलावा देश-विदेश के विभिन्न हिस्सों से दार्जिलिंग, सिक्किम तथा भारत के पड़ोसी देश भूटान व नेपाल घूमने जाने वाले भी आवागमन के लिए एनजेपी स्टेशन का ही उपयोग करते हैं। इसके अलावा सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में सेना की छावनी होने की वजह से इस स्टेशन का सामरिक महत्व भी है।

रेलवे अधिकारियों ने बताया है कि एनजेपी स्टेशन से हर दिन पचास से अधिक ट्रेनें गुजरती है। गुवाहाटी, कटिहार व मालदा के रास्ते अन्य जगहों के लिए ट्रेन जाती हैं। हर दिन दस हजार से अधिक यात्री यहां से आवाजाही करते हैं। इसे देखते हुए न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक के पास खाली जमीन पर और प्लेटफार्म बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसकी मंजूरी मिलने के साथ ही इस पर काम शुरू हो जाएगा।

एनजेपी स्टेशन परिसर में एयरपोर्ट के तर्ज पर पार्किंग व्यवस्था तैयार की जाएगी। जिससे यत्र-तत्र गाड़ियों की पार्किंग नहीं हो सकेगी। गाड़ियों की पार्किंग के लिए अलग-अलग लेन तैयार किए जाएंगे। स्टेशन के सामने सिर्फ गाड़ी आएगी और पैसेंजर उतारने के बाद आगे निकल जाएगी।

एनएफ रेलवे, कटिहार डिवीजन के डीआरएम एस के चौधरी ने बताया कि एनजेपी को व‌र्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां एयरपोर्ट जैसी यात्री सुविधा होगी। आने वाले दिनों में एनजेपी स्टेशन का पूरा परिदृश्य ही बदला हुआ नजर आएगा। एनजेपी स्टेशन पर यात्रियों के प्रवेश और निकास की अलग-अलग व्यवस्था होगी। जिससे आने-जाने में यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। इसके अलावा दो और नए प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। कटिहार डिवीजन के सीनियर डीसीएम प्रशात कुमार ने बताया कि न्यू जलपाईगुड़ी को विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस स्टेशन पर बहुत से विकास कार्य किए जा रहे हैं। एनजेपी स्टेशन पर पारंपरिक इंटरलाकिंग सिस्टम की जगह माइक्रो प्रोसेसर आधारित इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम लगाए जा रहे हैं। यह कार्य 15 जून तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा स्टेशन पर रेल के डिब्बों में दो कोच रेस्टोरेंट चालू करने की योजना है। इसके डेकोरेशन का कार्य चल रहा है। दो-तीन महीने के अंदर इसे चालू किए जाने की संभावना है। इसका संचालन दो निजी एजेंसियों द्वारा किया जाएगा।

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