नक्सलबाड़ी: सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 8वीं वाहिनी द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र की युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बुधवार को 30 दिवसीय ब्यूटिशियन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन वाहिनी के कार्यवाहक द्वितीय कमान अधिकारी कमांडेंट चन्द्रपाल सिंह राठौर ने टिंगलिंग क्षेत्र में किया।
यह प्रशिक्षण देशबंधु व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान, सिलीगुड़ी द्वारा संचालित किया जाएगा, जिससे टिंगलिंग और आसपास के क्षेत्रों की 35 युवतियां अपने गांव में ही रहकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी। कार्यक्रम के दौरान संस्थान की ओर से 30 दिवसीय पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य शिविर का भी हुआ आयोजन
इस अवसर पर एसएसबी की 8वीं वाहिनी द्वारा मानव चिकित्सा शिविर एवं पशु चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया, जिससे स्थानीय ग्रामीणों और उनके मवेशियों को आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
युवतियों को आत्मनिर्भर बनने का संदेश
अपने संबोधन में कमांडेंट चन्द्रपाल सिंह राठौर ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल ‘सेवा, सुरक्षा और बंधुत्व’ के ध्येय के साथ सदैव जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए तत्पर है। उन्होंने युवतियों से इस प्रशिक्षण का पूरा लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि वे आत्मनिर्भर बनें और सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करें।
सामाजिक और प्रशासनिक सहयोग
इस मौके पर टिंगलिंग ग्राम प्रधान अनीता राय, उपप्रधान अजित छेत्री, वार्ड सदस्य आदेश राय, पिपलीबोत प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक राजू छेत्री, डी कंपनी प्रभारी उप निरीक्षक तपन बोरा, स्थानीय ग्रामीण और एसएसबी जवान उपस्थित थे।
यह प्रशिक्षण शिविर न केवल युवतियों को रोजगार के नए अवसर देगा, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगा।
सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
नक्सलबाड़ी: सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 8वीं वाहिनी द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र की युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बुधवार को 30 दिवसीय ब्यूटिशियन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन वाहिनी के कार्यवाहक द्वितीय कमान अधिकारी कमांडेंट चन्द्रपाल सिंह राठौर ने टिंगलिंग क्षेत्र में किया।
यह प्रशिक्षण देशबंधु व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान, सिलीगुड़ी द्वारा संचालित किया जाएगा, जिससे टिंगलिंग और आसपास के क्षेत्रों की 35 युवतियां अपने गांव में ही रहकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी। कार्यक्रम के दौरान संस्थान की ओर से 30 दिवसीय पाठ्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य शिविर का भी हुआ आयोजन
इस अवसर पर एसएसबी की 8वीं वाहिनी द्वारा मानव चिकित्सा शिविर एवं पशु चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया, जिससे स्थानीय ग्रामीणों और उनके मवेशियों को आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।
युवतियों को आत्मनिर्भर बनने का संदेश
अपने संबोधन में कमांडेंट चन्द्रपाल सिंह राठौर ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल ‘सेवा, सुरक्षा और बंधुत्व’ के ध्येय के साथ सदैव जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए तत्पर है। उन्होंने युवतियों से इस प्रशिक्षण का पूरा लाभ उठाने की अपील करते हुए कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य है कि वे आत्मनिर्भर बनें और सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत करें।
सामाजिक और प्रशासनिक सहयोग
इस मौके पर टिंगलिंग ग्राम प्रधान अनीता राय, उपप्रधान अजित छेत्री, वार्ड सदस्य आदेश राय, पिपलीबोत प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक राजू छेत्री, डी कंपनी प्रभारी उप निरीक्षक तपन बोरा, स्थानीय ग्रामीण और एसएसबी जवान उपस्थित थे।
यह प्रशिक्षण शिविर न केवल युवतियों को रोजगार के नए अवसर देगा, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगा।
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