संजय राउत पर PMLA (प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) कोर्ट में सुनवाई। संजय राउत को कोर्ट ने दी 4 दिन की रिमांड। संजय राउत 4 अगस्त तक ईडी (डायरेक्टरेट ऑफ़ इन्फोर्स्मेंट, प्रवर्तन निदेशालय) के रिमांड में रहेंगे। ईडी ने कोर्ट से 8 दिन की रिमांड मांगी थी। आपको बता दे कि पात्रा चॉल घोटाले में संजय की गिरफ्तारी हुई है। संजय की रिमांड पर कोर्ट ने ईडी को आदेश देते हुए कहा कि संजय से देर रात तक पूछताछ ना करें सुबह 10:00 बजे से रात 10:00 बजे तक ही संजय से पूछताछ करें।
क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला?
पात्रा चॉल जमीन घोटाला 1,039 करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में ईडी ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था। रविवार को राउत के घर तलाशी में ईडी ने 11.5 लाख रुपये भी जब्त किए। इससे पहले अप्रैल में ईडी ने राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके करीबियों की 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी।
2018 में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएचएडीए) ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक केस दर्ज कराया। यह केस राकेश कुमार वधावन, सारंग कुमार वधावन और अन्य के खिलाफ थी। ईडी के मुताबिक जांच के दौरान सामने आया कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकास करने का काम मिला था। यह काम एमएचएडीए ने उसे सौंपा था। इसके तहत कंस्ट्रक्शन कंपनी को पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों को पुनर्विकसित करना था। पात्रा चॉल मुंबई के गोरेगांव में बनी है जिस जमीन पर यह फ्लैट रीडिवेलप होने थे उसका एरिया 47 एकड़ था। अब इसमें हुआ यह गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने एमएचएडीए को गुमराह किया और बिना फ्लैट बनाए ही यह जमीन बिल्डरों को बेच दी। इससे उसे 901.79 करोड रुपए मिले।
बाद में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने मीडोज (Meadows) नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया और घर खरीदारों से फ्लैट के लिए 138 करोड़ रुपए जुटाए। जांच में आया कि आशीष कंस्ट्रक्शन ने गैरकानूनी तरीके से 1039.79 करोड़ से ज्यादा की कमाई की। आगे चलकर गैरकानूनी तरीके से ही अपने सहयोगियों को पैसे ट्रांसफर कर दी।
सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़।
संजय राउत पर PMLA (प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) कोर्ट में सुनवाई। संजय राउत को कोर्ट ने दी 4 दिन की रिमांड। संजय राउत 4 अगस्त तक ईडी (डायरेक्टरेट ऑफ़ इन्फोर्स्मेंट, प्रवर्तन निदेशालय) के रिमांड में रहेंगे। ईडी ने कोर्ट से 8 दिन की रिमांड मांगी थी। आपको बता दे कि पात्रा चॉल घोटाले में संजय की गिरफ्तारी हुई है। संजय की रिमांड पर कोर्ट ने ईडी को आदेश देते हुए कहा कि संजय से देर रात तक पूछताछ ना करें सुबह 10:00 बजे से रात 10:00 बजे तक ही संजय से पूछताछ करें।
क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला?
पात्रा चॉल जमीन घोटाला 1,039 करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में ईडी ने प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था। रविवार को राउत के घर तलाशी में ईडी ने 11.5 लाख रुपये भी जब्त किए। इससे पहले अप्रैल में ईडी ने राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके करीबियों की 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी।
2018 में महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमएचएडीए) ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक केस दर्ज कराया। यह केस राकेश कुमार वधावन, सारंग कुमार वधावन और अन्य के खिलाफ थी। ईडी के मुताबिक जांच के दौरान सामने आया कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकास करने का काम मिला था। यह काम एमएचएडीए ने उसे सौंपा था। इसके तहत कंस्ट्रक्शन कंपनी को पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों को पुनर्विकसित करना था। पात्रा चॉल मुंबई के गोरेगांव में बनी है जिस जमीन पर यह फ्लैट रीडिवेलप होने थे उसका एरिया 47 एकड़ था। अब इसमें हुआ यह गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने एमएचएडीए को गुमराह किया और बिना फ्लैट बनाए ही यह जमीन बिल्डरों को बेच दी। इससे उसे 901.79 करोड रुपए मिले।
बाद में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने मीडोज (Meadows) नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया और घर खरीदारों से फ्लैट के लिए 138 करोड़ रुपए जुटाए। जांच में आया कि आशीष कंस्ट्रक्शन ने गैरकानूनी तरीके से 1039.79 करोड़ से ज्यादा की कमाई की। आगे चलकर गैरकानूनी तरीके से ही अपने सहयोगियों को पैसे ट्रांसफर कर दी।
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