
सारस न्यूज, नक्सलबाड़ी।
आजकल के युवाओं को नशे की लत लग चुकी है। बीड़ी, सिगरेट, शराब से लेकर स्मैक, गांजा व ब्राउन शुगर आदि जैसे तमाम नशे 15 साल की उम्र से 26 साल की उम्र के युवा कर रहे हैं। ऐसे में उन युवाओं के कल के भविष्य को बचाने के लिए भारत – नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी की 41वीं वाहिनी रानीडांगा अंतर्गत भातगांव बी कंपनी कैंप के जवानों ने रविवार को नेपाल एपीएफ के जवानों के साथ संयुक्त रूप से नशा मुक्ति को लेकर सीमा पर जागरूकता अभियान चलाया।
इस मौके पर भातगांव बी कंपनी के इंचार्ज असिस्टेंट कमांडेंट केतन कैलाश सालुंके, नेपाल एपीएफ के डीएसपी चिरंजीवी परसाई समेत एसएसबी व नेपाल एपीएफ के जवान मौजूद थे।
इस दौरान असिस्टेंट कमांडेंट केतन कैलाश सालुंके ने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इन दिनों युवा वर्ग के अधिकांश लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। हालात चुनौतीपूर्ण इसलिए भी होते जा रहे हैं कि अब युवा वर्ग शराब सहित सूखे नशे यानी ब्राउन शुगर, स्मैक, चरस व नशीले ड्रग्स के चंगुल में फंस रहा है। इस नशे के दलदल में फंसने के बाद उनका करियर तो बर्बाद हो ही रहा है, साथ ही सेहत भी गंवा रहे हैं। इसी को देखते हुए आज नेपाल एपीएफ के जवानों के साथ संयुक्त नशा मुक्ति अभियान चलाया गया।
डीएसपी चिरंजीवी परसाई ने बताया कि नेपाल एपीएफ और एसएसबी जवानों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान करने तथा सीमा पर ब्राउन शुगर, मॉर्फिन व गांजा समेत किसी भी प्रकार के गलत मंसूबों को बल देने वालों के मनोबल को कुचलने को लेकर विचार-विमर्श भी किया गया, ताकि भारत-नेपाल की खुली सीमा का फायदा उठाकर राष्ट्र विरोधी तत्व किसी गलत कार्य को अंजाम न दे सकें।