सारस न्यूज टीम, पटना।
बिहार के मजदूरों को अब न्यूनतम 366 रुपए रोजाना मजदूरी मिलेगी। मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी दर में वृद्धि की अनुशंसा न्यूनतम मजदूरी परामर्शदात्री पर्षद ने की है। अब इस पर लोगों से आपत्ति व सुझाव लिए जाएंगे। दो महीने के बाद नई दर बिहार में प्रभावी हो जाएगी। इस तरह मौजूदा दर से राज्य के तीन करोड़ से अधिक मजदूरों को कम से कम 48 रुपए अधिक मिलेंगे।
श्रम संसाधन विभाग के अनुसार पांच साल के अंतराल पर मजदूरी के मूल वेतन का पुन: निर्धारण हुआ करता है। महंगाई को देखते हुए पर्षद ने इस बार मजदूरों के मूल वेतन में 15 फीसदी वृद्धि की अनुशंसा की है। प्रस्ताव के तहत पूर्व से प्रचलित न्यूनतम मजदूरी की मूल दर एवं महंगाई भत्ता को समाहित कर उस पर 15 फीसदी अतिरिक्त आर्थिक लाभ देते हुए कामगारों के न्यूनतम मजदूरी के नये मूल वेतन का लाभ दिया जाएगा। इसके लागू होने से सामान्य कार्य में अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम मजदूरी बढ़कर 366 रुपए रोजाना तक हो जाएगा, जो अभी 318 रुपए ही है।
विभाग के इस निर्णय से राज्य के सभी असंगठित अकुशल, अर्धकुशल, कुशल एवं अतिकुशल श्रमिकों को लाभ होगा। मजदूरी की बढ़ी हुई दर का लाभ निर्माण श्रमिकों, घरेलू कामगारों, कृषि श्रमिकों सहित 88 नियोजनों में कार्यरत विभिन्न प्रकार के कामगारों को होगा। बढ़ी हुई मजदूरी के संबंध में अधिसूचना नियोजकों एवं श्रमिक प्रतिनिधियों सहित आम जनमानस के सुझाव के लिए जल्द ही ऑनलाइन पोर्टल पर डाला जाएगा। सुझाव प्राप्त होने के बाद अंतिम रूप से अधिसूचना जारी की जाएगी।