बीरबल महतो, सारस न्यूज़, मधुबनी।
मधुबनी जिला के हरलाखी में नेपाल सीमा पर जब्त 11 ड्रोन कैमरे मेड इन चाइना निकला। सूत्रों के अनुसार यह ड्रोन एक बार चार्ज करने के बाद मात्र आधे घंटे तक 30 मीटर ऊंची उड़ान भरकर सिर्फ 1300 मीटर की दूरी तक ही फोटोग्राफी कर सकता है। जब्त ड्रोन कैमरा सिर्फ दिन में ही काम करता है। इसे रात के समय उपयोग नहीं किया जा सकता। जानकारों के अनुसार इस तरह का यंत्र हाईप्रोफाइल व बड़े उद्योगपति अपनी सुरक्षा के दृष्टिकोण से अथवा बड़े समारोहों में फोटोग्राफी के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। इसलिए इसे घातक यंत्रों में शामिल नहीं किया जा सकता। भारत नेपाल की सीमा खुली होने के कारण धंधेबाज थोड़ी बहुत परेशानी का सामना करते हुए इस तरह के सामान लेकर अवैध मार्ग से भारत में प्रवेश कर जाते हैं और सीमा से सटे भारत के किसी गांव में जमाकर आर्डर के हिसाब से सप्लाई करते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं इलेक्ट्रिकल्स सामानों की तस्करी का सेफ जोन रहा है यह इलाका :
बताते चलें कि प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी जवानों की मुस्तैदी के बावजूद प्रतिबंधित व नशीले पदार्थों की तस्करी आम बात सी हो गई है। प्रखंड क्षेत्र से नेपाल आवागमन के विभिन्न मार्गों से आए दिन इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल्स सामान के अलावा कई प्रतिबंधित व नशीले पदार्थों की तस्करी की बात सामने आती रहती है। पूर्व में भी पिपरौन व दिघीया के रास्ते मोबाईल, चार्जर सहित कई इलेक्ट्रिकल सामानों की तस्करी करते हुए धंधेबाज कई बार पकड़े जा चुके हैं। पिछले डेढ़ वर्षों से भारत नेपाल की सीमा पूरी तरह बंद होने बावजूद सुरक्षा कर्मियों के नजर से बचाकर ड्रोन कैमरे जैसे यंत्र को लेकर भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर जाने के कारण सीमावर्ती क्षेत्र के पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों की मुस्तैदी पर भी चाइना निर्मित ड्रोन जब सुरक्षा बलों की नजरों से बचाकर भारत लाया जाना चिंता का विषय है।