शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
धान कटाई में लग रही है दो गुनी लागत
टेढ़ागाछ प्रखंड में पिछले दिनों आए बाढ़ से जो नुकशान किसानों को हुआ है वह किसी ओर से भारपाई होने की उम्मीद नही दिख रही है, बाढ़ के पानी में पाक (मिट्टी) से सने धान को जहां काटने के लिए कोई मजदूर तैयार नही है तो मशीन मालिक भी दुगून्ने कीमत पर कटाई की कीमत ले रहे हैं।
बाजार में धान की कीमत नही है:-
किसान जब धान को बेचने के लिए बाजार पहुंचते हैं तो प्रति किलो पांच रूपय के भाव से ही कीमत मिल रही है जब्कि क्विंटल के दर पर बेचने पर सारे पाँच सौ से छह सौ रूपय प्रति क्विंटल ही मिल रहे है, जिससे किसान मजबुर होकर सीने में पत्थर रखकर बेचने को मजबुर है।
ज्ञात हो कि सरकार द्वारा धान की कीमत का मुल्य पहले ही तय कर दिये हैं, लेकिन पैक्स में धान की खरीदारी शुरू नही हुई है जिससे किसान बाजार में ही बेचने को विवश है, दुसरी ओर फसल क्षति के लिए जो पैकेज सरकार ने दिया है उससे किशनगंज जिला के किसानों को वंचित रखा गया है। जिसको लेकर सरकार किसानों को कर्ज तले दबने के लिए विवश कर रही है।
किशनगंज जिला प्रशासन से किसानों ने उचित कीमत पर धान खरीदारी करने के लिए व्यस्था करने की मांग की है और ऐसे मनमाने रेट पर खरीदारी कर रहे खरीदारों पर नकेल कसने की भी मांग की है।