सारस न्यूज़ टीम, सारस न्यूज़, सिलीगुड़ी।
नगरपालिकाओं के चुनाव में हुए हिंसा के विरोध में भाजपा की ओर से सोमवार बुलाए गए 12 घंटे के बंगाल बंद के तहत सिलीगुड़ी में भी भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। बंद एवं विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस तथा भाजपा समर्थकों के बीच कई जगहों पर नोकझोंक भी हुई। बंद के समर्थन में सुबह 7:00 बजे से ही भाजपा समर्थक सड़क पर उतर गए थे। शहर के विभिन्न मार्केटो विधान मार्केट, हिल कार्ट रोड, सिलीगुड़ी का प्रमुख व्यवसायिक मंडी खालपाड़ा, महावीर स्थान समेत अन्य जगहों पर रैली के माध्यम से दुकानें बंद कराते नजर आए। शहर के वीनस मोड़ पर काफी संख्या में भाजपा समर्थकों ने सड़क जाम कर आवागमन बाधित करने के प्रयास किए। इस दौरान पुलिस के साथ कहासुनी भी हुई। बंद समर्थकों के सड़क से नहीं हटने से पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
बंद के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी सिलीगुड़ी संगठन की जिला कमेटी के अध्यक्ष तथा माटीगाड़ा नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं आनंदमय बर्मन, सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक तथा भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल प्रदेश कमेटी के सचिव शंकर घोष, सिलीगुड़ी नगर निगम वार्ड नंबर 9 से निर्वाचित भाजपा पार्षद अमित जैन वार्ड नंबर 8 से निर्वाचित भाजपा पार्षद शालिनी डालमिया, वार्ड नंबर 4 के भाजपा पार्षद विवेक सिंह समेत अन्य भाजपा नेता बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे।
नगरपालिका चुनाव में हुए हिंसा के विरोध में भाजपा की तरफ से बुलाए गए इस बंद का कांगेस ने भी समर्थन किया, हालांकि बंद को सफल करने में उसके कार्यकर्ता सड़कों पर खास नजर नहीं आ रहे हैं। बंद समर्थकों द्वारा कुछ जगहों पर जबरन दुकान-बाजार बंद कराने की कोशिश की गई। भारतीय जनता पार्टी सिलीगुड़ी सांगठनिक जिला कमेटी के अध्यक्ष आनंदमय बर्मन ने कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस विधानसभा चुनाव हो अथवा स्थानीय निकाय चुनाव हो हिंसा की राजनीति करने से नहीं चूक रही है। जिस तरह से नगर पालिकाओं के चुनाव में जगह-जगह तृणमूल कांग्रेस द्वारा हिंसा व अराजकता फैलाई गई, यह काफी निंदनीय है। तृणमूल कांग्रेस के समय भारतीय जनता पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता विभिन्न जगहों पर घायल हुए हैं। लोगों को मतदान करने नहीं दिया गया। बूथ कैपचरिंग की गई। इसी तरह से इस महीने हुए नगर निगम चुनाव में भी तृणमूल कांग्रेस द्वारा इसी तरह हिंसा की गई। उन्होंने कहा कि राज्य चुनाव आयोग को चुनाव रद करते हुए फिर से केंद्रीय बलों की मौजूदगी में चुनाव कराया जाना चाहिए।
इस मौके पर सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष का कहना है कि चुनाव में तृणमूल कांग्रेस हिंसा की सारी पराकाष्ठा को पार कर गई है। अभी देश के विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। राज्य में कहीं से भी किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं आ रही है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में शांतिपूर्ण मतदान हो सकता है तो फिर पश्चिम बंगाल में क्यों नहीं हो सकता है। उन्होंने मांग किया कि नगर पालिका चुनाव को रद करते हुए फिर से नए सिरे से चुनाव कराया जाना चाहिए।