सारस न्यूज, वेब डेस्क।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर 10 दिवसीय “ओपीएस अलर्ट” अभ्यास शुरू किया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, बदलते परिदृश्य को देखते हुए और 76वें गणतंत्र दिवस से पहले यह कदम उठाया गया है। सुरक्षा बढ़ाने और सीमा चौकियों को मजबूत करने के लिए 4,096 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर BSF ने अपने सभी फील्ड फॉर्मेशनों में इस अभ्यास को लागू किया है।
सुरक्षा और सीमा चौकियों की निगरानी: “ओपीएस अलर्ट” अभ्यास के तहत सीमा पर गश्त और अन्य सुरक्षा जिम्मेदारियों को तेज किया जाएगा। BSF के आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस अभियान के दौरान हर चौकी और क्षेत्र में सुरक्षा गतिविधियां और सतर्कता बढ़ाई जाएगी।
उच्च अधिकारियों का निरीक्षण: BSF के अतिरिक्त महानिदेशक (ADG), ईस्टर्न कमांड, रवि गांधी ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर का दौरा कर सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को नदी किनारे और बिना बाड़ वाले क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए। साथ ही, BSF के जवान गहन सुरक्षा अभ्यास करेंगे और सीमा पर बसे नागरिकों के साथ सामंजस्य कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे।
सुरक्षा अभ्यास और योजनाएं: ‘ओपीएस अलर्ट’ अभियान के तहत BSF कई सुरक्षा अभ्यास करेगा। इसमें आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रक्रियाओं की जांच और सीमा क्षेत्र के लोगों के साथ सहयोगात्मक कार्यक्रम शामिल होंगे। इस अभियान को BSF की रणनीतिक और ऑपरेशनल तैयारियों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
गणतंत्र दिवस पर विशेष आयोजन: इस साल का गणतंत्र दिवस खास होगा क्योंकि यह भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने और जन भागीदारी पर केंद्रित है। मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबियांतो इस आयोजन की भव्यता को और बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति कर्तव्य पथ पर पहुंचेंगे और सैन्य एवं अर्धसैनिक बलों की परेड की सलामी लेंगे।
सांस्कृतिक धरोहर का प्रदर्शन: गणतंत्र दिवस परेड में इस बार 300 कलाकार भारत के विभिन्न क्षेत्रों के पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाएंगे। इसके बाद भारतीय सशस्त्र बलों और इंडोनेशियाई दलों की परेड होगी। यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विविधता और सैन्य ताकत का प्रतीक बनेगा।
सुरक्षा के साथ उत्सव का माहौल: BSF का ‘ओपीएस अलर्ट’ अभियान और गणतंत्र दिवस की तैयारियां न केवल सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगी बल्कि देशवासियों के मनोबल को भी ऊंचा करेंगी। यह कदम भारत की सांस्कृतिक धरोहर और सैन्य तैयारियों को एक साथ प्रदर्शित करता है।