सारस न्यूज टीम, पटना।
पुलिसिंग में सकारात्मक सुधार और अगले 25 साल की चुनौतियों से निबटने के लिए बिहार पुलिस विजन डाक्यूमेंट-2047 पर काम करेगी। डीजीपी एसके सिंघल ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित अंतरप्रभागीय बैठक में अफसरों को विजन डाक्यूमेंट 2047 पर काम करने का सुझाव दिया। उन्होंने अभियोजन एवं पुलिस कार्य में पारदर्शिता लाने के साथ अधिकारियों को अधीनस्थ पदाधिकारियों से बेहतर संवाद बनाने तथा बेहतर काम करने वालों की सराहना करने को भी कहा ताकि बेहतर कार्यसंस्कृति विकसित हो सके। उन्होंने पुलिसकर्मियों के स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया। साथ ही लोगों से अधिक से अधिक संवाद स्थापित करने और पीडि़तों से विनम्रता से पेश आने को कहा।
पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस समेत सभी इमरजेंसी सेवा के लिए एक ही नंबर डायल-112 की शुुरुआत जल्द होगी। बैठक के दौरान डीजीपी ने इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के उद्घाटन पर चर्चा की। अनुसंधाकर्ताओं की कमी को दूर करने के लिए सहायक अवर निरीक्षक से उपाधीक्षक रैंक तक के सेवानिवृत्ति पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द पूरी करने को कहा गया।
डीजीपी ने पूरे राज्य में चलाए जा रहे रोको-टोको नाम से चलाए जा रहे अभियान की भी जानकारी ली। कहा कि इसके तहत युवाओं और किशोरों पर निगरानी रख जाए जो अनावश्यक घूमते-फिरते हैं और कुसंगति का शिकार हो जाते हैं। ऐसे युवाओं का अभिभावकों से सत्यापन कराया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं।
जून के दूसरे सप्ताह तक पुलिसकर्मियों का बड़े स्तर पर तबादला हो सकता है। अपर पुलिस महानिदेशक मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने इसको लेकर सभी जिलों के एसपी से रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम यानी आरएमएस का डाटा मांगा है। इसके आधार पर ही स्थानांतरण का निर्णय लिया जाएगा जो अगले सप्ताह तक होने की उम्मीद है। एडीजी विधि-व्यवस्था संजय कुमार सिंह ने सभी जिलों के एसपी से नियमित रिपोर्ट देने को कहा।
इसके अलावा आइजी, मद्यनिषेध अमृत राज ने मद्यनिषेध के कांडों में बरामद व जब्त वाहनों के सत्यापन कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया है। बैठक में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के डीजी ए के अंबेडकर, सीआइडी के एडीजी जितेंद्र कुमार, एडीजी बजट पारसनाथ, एडीजी कमजोर वर्ग अनिल किशोर यादव, एडीजी प्रशिक्षण आर मल्लर विजी समेत कई वरीय पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।