बीरबल महतो, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
ठाकुरगंज नगर में हर वर्ष की भांति इस बार भी माता का भव्य द्वार सार्वजनिक बाजार पूजा समिति में सजाया गया है। हर कोई भक्त माता का भव्य द्वार देखने इस मंदिर में जरूर आते हैं। वहीं दूसरी ओर जिला में एकमात्र ठाकुरगंज बाजार स्थित सार्वजनिक बाजार पूजा समिति में विजायदशमी के दिन रावण दहन का कार्यक्रम भी काफी भव्य रूप से किया जाता है। रावण दहन के वक्त पूजा पंडाल में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ती हैं। दशानन के वध को देखने स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल एवं नेपाल देश के भक्तजन भी काफी संख्या में आते हैं। रावण दहन के पूर्व माँ दुर्गा की माला की डाक लगाते हैं जिनकी बोली अधिक लगती हैं वे भक्त रावणनुमा पुतले को अपने हाथों दहन करते हैं। रावण दहन के समय श्रद्धालुओं की भक्ति,उत्साह व उमंग चरम पर रहता हैं।
मंदिर का इतिहास:-
सन 1925 ई0 से ठाकुरगंज के मुख्य बाजार में अवस्थित सार्वजनिक बाजार दुर्गा पूजा समिति द्वारा माँ दुर्गा की पूजा-अर्चना विगत 96 वर्षों से की जा रही हैं। पहले यहाँ अस्थाई पंडालों द्वारा माँ की पूजा की जाती थी,पर वर्ष 1998 में स्थायी रूप से भव्य दुर्गामंदिर स्थापित कर माँ की पूजा विधि-विधान के साथ की जाती हैं। उड़ीसा एवं कोलकाता के कारीगरों के द्वारा मंदिर के अंदर विभिन्न देवी-देवताओं की कलाकृतियों का निर्माण कराया गया है जो काफी आकर्षण का केंद्र हैं एवं इसकी चर्चा चारों ओर हैं।
मुख्य आकर्षण:-
ठाकुरगंज बाजार पूजा समिति में स्थापित माँ दुर्गा की प्रतिमा काफी भव्य होती हैं। मंदिर परिसर को इस बार वास्तविक फूल-मालाओं से बड़े ही भव्य तरीके से सजाया गया हैं।सुन्दर सजावट,रावण दहन,माँ का भंडारा,आरती,पुषापंजलि विसर्जन की शोभायात्रा आकर्षण का केन्द्र हैं। इस बार महासप्तमी को एक मैजिक शो का कार्यक्रम रखा गया हैं जिसमें मशहूर कलाकार द्वारा मैजिक का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही इस मर्तवा भव्य तरीके से चंदननगर, कोलकाता से लाईट का डेकोरेसन किया जाएगा जो अभी से ही श्रद्धालुओं को आकर्षित किए हुए हैं।
सजावट:-
हर वर्ष की भांति इस बार भी बाजार पूजा मंडप में मन्दिर को वास्तविक व काल्पनिक फूलों से सजाया गया है। मंदिर परिसर में आने वाले मार्ग में पूजा कमिटि के द्वारा बिजली की विभिन्न तरह की सजावटें की जा रही हैं। मंदिर को अंदर से बाहर तक फूलों से बड़ी खुबसूरती से सजाई जाने की तैयारी में पूजा कमिटी ने दत्ता डेकोरेटर को जिम्मेवारी सौंपी गई हैं। लेजर लाइट के माध्यम से विभिन्न तरह के सामाजिक सदभाव के संदेश दिए जाने की भी तैयारी पूजा कमिटी के द्वारा किया गया हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी पूजा पंडाल में पश्चिम बंगाल के कूचबिहार के कलाकारों के द्वारा विभिन्न वेश-भूषा में स्टेच्यू का प्रदर्शन किया जाएगा। कोविड19 से बचाव के लिए जागरूकता संदेश बैनर मंदिर परिसर में लगाए गए हैं।
धार्मिक कार्यक्रम:-
कमिटि के अध्यक्ष डॉ.एस. सरकार,पूर्व मुख्य पार्षद व कमिटि के सचिव देवकी अग्रवाल, नीरू मोर, गोपाल केजरीवाल, दुलाल दत्ता, गणेश अग्रवाल आदि ने बताया कि इस बार महाषष्ठी को देवी का बोधन,आमंत्रण अधिवास एवं अस्त्र पूजन किया गया। महासप्तमी को माँ दुर्गा का नावपत्रिका प्रवेश स्थापना कल्पारम्भ,महाअष्टमी को संधिपूजा,महानवमी को पुष्पांजलि,माँ का महाप्रसाद एवं आरती तथा महादशमी को प्रसस्ता,समापन,पुष्पांजलि,माँ की माला की डाक,रावण दहन,अन्ते विसर्जन पूजा एवं अपराजिता पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा तथा प्रतिदिन प्रातः पुष्पांजलि तथा संध्या आरती का आयोजन होना है।