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खोरीबाड़ी : शिक्षा एक मंदिर है जहां बच्चों को अपने अभिभावकों द्वारा उन्हें एक अच्छे इंसान व होनहार बनने के लिए शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल भेजते हैं। ताकि बच्चों पढ़ लिखकर होनहार बने और देश के लिए कुछ कर सकें। लेकिन आपको हैरानी होगी की यह सुनकर की शिक्षा के मंदिर में प्रधानाध्यापिका छात्र-छात्राओं से पैसे की उगाई कर रही है। जी हां एक हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका पर स्कूल के छात्र-छात्राओं से अधिक पैसे वसूलने के मामला प्रकाश में आया है।
यह घटना खोरीबाड़ी के जेआर हिंदी हाई स्कूल की है। जहां संचालन समिति के अध्यक्ष समेत दो सदस्यों ने बीडीओ और विद्यालय के निरीक्षकों से खोरीबाड़ी जेआर हाई स्कूल के प्रधानाध्यापिका ममता सिंह पर अतिरिक्त शुल्क वसूलने का आरोप लगाते हुए लिखित शिकायत की है। जिसमें लिखित शिकायत के माध्यम से बताया गया है कि स्कूल प्रबंधन समिति के बैठक की बिना ही स्कूल की प्रधानाध्यापिका अपने चतुर बुद्धि से एक निजी कंप्यूटर प्रशिक्षण संस्थान को लाभांवित करने के लिए अतिरिक्त शुल्क ले रही है। अभिभावकों ने यह भी शिकायत की कि छठी से आठवीं तक के छात्रों से प्रवेश शुल्क के लिए 500 रुपये लिए जा रहे हैं। वहीं स्कूल के प्रधानाध्यापिका ममता सिंह ने आरोपों से अस्वीकार करते हुए कहा कि निजी कंप्यूटर कंपनी और प्रबंधन समिति के बीच हुए एक समझौते के आधार पर कंप्यूटर शिक्षा के लिए 240 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है। उन्होंने शिकायत की कि संचालन समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश गुप्ता ने विभिन्न मामलों में व्यक्तिगत लाभ लेने की कोशिश की। उन्हें लाभ नहीं मिलने के कारण वे तरह तरह का आरोप लगा रहे हैं ।
खोरीबाड़ी जेआर हिंदी हाई स्कूल सूत्रों के अनुसार प्रवेश के मामले में स्कूल के विकास क्षेत्र में 240 खर्च लिया जा रहा है। साथ ही कम्प्यूटर प्रशिक्षण के लिए 240 रुपये प्रति वर्ष और सरस्वती पूजा के लिए 20 रुपये लिए जा रहे हैं। कुल मिलाकर फीस 500 रुपए लिए जा रहे हैं । इस मामले को लेकर अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता से नाराजगी जताते हुए ओमप्रकाश गुप्ता और संचालन समिति के दो सदस्यों गंगा प्रसाद सिंह, अमर प्रजापति ने खोरीबाड़ी बीडीओ और खोरीबाड़ी विद्यालय निरीक्षक के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद अध्यक्ष ने कहा कि नए शैक्षणिक वर्ष में संचालन समिति की कोई बैठक नहीं हुई। बिना किसी चर्चा के विद्यालय प्रधान द्वारा अतिरिक्त फीस लिया जा रहा है।
ओमप्रकाश गुप्ता ने बताया कि पिछले दो शैक्षणिक वर्षों में भी कंप्यूटर के लिए 240 रुपये प्रतिवर्ष की दर से लिए गए थे। लेकिन कोविड के चलते करीब दो साल से छात्रों की कोई क्लास नहीं हुई। उन्होंने कहा कि प्रति छात्र प्रत्येक माह 20 रुपये की दर से लेना है तो फिर क्यों इस कोरोना काल मे एक वर्ष की फीस 240 रुपये एडवांस लिया जा रहा है ।
खोरीबाड़ी जेआर हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका ममता सिंह ने बताया कि 2019 में प्रबंधन समिति ने कम्प्यूटर प्रशिक्षण कंपनी के साथ तीन वर्ष के लिए समझौता किया था। समझौते के मुताबिक कंपनी को 240 रुपये सालाना प्रति बच्चा का भुगतान किया जाएगा। समझौते के अनुसार वर्तमान शैक्षणिक वर्ष में शुल्क लिया गया है। छात्रों से ली गई सारी फीस का भुगतान उस संस्था को कर दिया गया है। प्रधानाध्यापिका के अनुसार स्कूल के अध्यक्ष कम्प्यूटर कंपनी से विशेष लाभ चाहते थे। नहीं मिलने पर तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। रात में अनुचित समय पर कॉल करना एवं अनुचित बातें बोलना उनकी आदत है।
इस संबंध में खोरीबाड़ी बीडीओ निरंजन बर्मन से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मामला शिक्षा विभाग के अधिकार क्षेत्र में है। मामले की जानकारी स्कूल निरीक्षक को दे दी गई है। वहीं इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक (माध्यमिक) राजीव प्रमाणिक ने कहा कि इसका जवाब नहीं है मेरे पास आप स्कूल समिति के अध्यक्ष से ही पूछ लीजिए उन्ही के अगुवाई में हुआ है कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।