सारस न्यूज टीम, सिलीगुड़ी।
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पिछले 7 दिनों से भू-माफिया के खिलाफ जारी पुलिस अभियान ने और जोर पकड़ लिया है। जो भी इस मामले में संलग्न पाए जा रहे हैं उनकी गिरफ्तारी हो रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ तौर पर कहा है कि जमीन पर अवैध कब्जा करने के मामले में किसी को नहीं छोड़ा जाए। चाहे वह किसी भी पार्टी का क्यों ना हो। मुख्यमंत्री के इसी निर्देशानुसार शुक्रवार को खोरीबाड़ी थाना पुलिस ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से खरीद बिक्री करने के आरोप में एक तृणमूल नेता को गिरफ्तार किया है। आरोपित का नाम संजीत वर्मन है और वह तृणमूल युवा काग्रेस का पूर्व जिला सचिव है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत- नेपाल सीमा पर पानीटंकी बाजार के निकट से बतारिया नदी बहती है। इसी नदी की जमीन पर कब्जा कर उसे बेचने का आरोप संजीत बर्मन सहित कई लोगों पर लगा है। इस मामले में पुलिस कार्रवाई कर रही है। यहा नदी और पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अवैध रूप से दुकान और घर बने हुए हैं। जमीन बेचने के लिए नदी पर अस्थाई पुल बनाकर आवाजाही की व्यवस्था भी की जा रही है।
शिकायत मिलने के बाद बीडीओ ने इस मामले की जांच शुरू की थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर मंगलवार को 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन लोगों से पूछताछ के बाद संजीत बर्मन का नाम सामने आया है। आरोप है कि संजीत बर्मन ने कई लोगों को लाखों रुपए लेकर जमीन बेची है। उसके बाद ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। इस तरह से इस मामले में अब तक कुल 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
इस संबंध में तृणमूल के ब्लाक अध्यक्ष हिरन्मय राय का कहना है कि इस क्षेत्र में भू माफिया सक्रिय हैं। जमीन पर कब्जे की घटना के साथ अवैध रूप से खरीद बिक्री का काम भी चल रहा है। सिंडिकेट तैयार कर जमीन की बिक्री की जा रही है। पुलिस को इस मामले में जाच कर कड़ा कदम उठाना चाहिए। कानून अपने हिसाब से काम करेगा। संजीत बर्मन के संबंध में उन्होंने कहा कि वह अभी पार्टी में किसी भी पोस्ट पर नहीं है। पार्टी किसी भी तरह से उसका समर्थन नहीं करेगी। पुलिस अपने हिसाब से कार्रवाई करेगी। भू-माफिया को बख्शा नहीं जाएगा।