शशि कोशी रोक्का, सारस न्यूज़, किशनगंज।
रेल रोकने के मामले में नामजद सभी लोगों को अदालत ने बरी कर दिया है। कटिहार रेल कोर्ट द्वारा बरी होने के बाद रेल संघर्ष समीति के संयोजक सिकन्दर पटेल ने इसे ठाकुरगंज की जनता की जीत बताया और कहा कि लंबी दूरी की ट्रेनों के लिए किया गया आंदोलन आज पूर्ण हुआ, उन्होंने कहा कि मांगे मांगना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन एक साजिश के तहत लोगो के ऊपर केस कर उन्हें परेशान किया गया था, जिसकी आज पूर्णाहुति हो गई। बताते चले पूर्वोतर सीमांत रेलवे के जनरल मैनेजर (जीएम) संजीव राय को अपने वार्षिक निरिक्षण के क्रम में ठाकुरगंज में विरोध का सामना करना पड़ा था। अपनी मांगो को पूरा किये जाने के मामले में ढुलमुल रवैया अपनाने के खिलाफ ठाकुरगंज की जनता ने पटरी पर उतर कर जीएम स्पेशल ट्रेन को रोक दिया था। करीब आधा घंटा तक इस ट्रेन को ठाकुरगंज में रोके जाने के बाद डीआरएम् के आश्वाशन पर लोग पटरियों से हटे। बताते चले की लंबी दूरी की ट्रेनों की मांगो को लेकर उम्मीदे लगाए बैठे लोगो को 13 जनवरी 2020 के जीएम निरिक्षण से बहुत उम्मीद थी लेकिन जब जीएम एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा कोई ठोस आश्वासन नही मिला तो निराश लोगो ने ‘जीएम गो बैक’ के नारे लगाए एवं काफी देर तक के लिए जीएम की विशेष ट्रेन को रोकने का प्रयास किया गया था। कटिहार डिवीज़न के डीआरएम द्वारा समझाए जाने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए थे। इस बारे में ठाकुरगंज रेल यात्री समिति के सिकंदर पटेल ने बताया कि लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत हमने जीएम स्पेशल ट्रेन रोकी थी और ठाकुरगंज रेल यात्री समिति के इसी आंदोलन का प्रतिफल था कि रेलखंड होकर लंबी दूरी की ट्रेनों का परिचालन सुनिश्चित हुआ। इस मामले में रेल संघर्ष समिति के अध्यक्ष बछराज नखत के अलावे, उपाध्यक्ष अरुण सिंह, विवेक साह, अनिल महाराज, धर्मेंद्र दास, अतुल सिंह, सुभाष यादव सहित संयोजक सिकन्दर पटेल पर मामला दायर हुआ था