बीरबल महतो, सारस न्यूज़, ठाकुरगंज।
सोमवार को देर रात को भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के अवसर पर ठाकुरगंज नगर स्थित श्रीराम जानकी मंदिर एवं श्री जगन्नाथ मंदिर में उल्लास माहौल में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर कई विशेष आयोजन किए गए। मंदिरों को फूलों व विद्युत से सजाएं गए थे। सोमवार के रात्री नौ बजे से ही भजन संध्या व जागरण कार्यक्रम आयोजित किए गए। मंदिर के पुरोहितों के निर्देशों के अनुसार जन्माष्टमी का पर्व भव्य रूप से भारतीय परंपरा के अनुसार मनाया गया। भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की अष्टमी की आधी रात कान्हा के जन्म ढोल और मृदंग संगीत के साथ कृष्ण भक्त नृत्य व झूमने लगे। जैसे-जैसे रात गहराती रही, उल्लास चरम की ओर बढ़ता गया। पूरे परिसर में सुगंधित द्रव्य का छिड़काव हुआ। रात 11 बजे भगवान श्री गणेश, नवगृह पूजन और सहस्त्रवाचन के साथ ही लाला के जन्म की तैयारियां तेज हो गईं। ऐसा लगा मानो वेद खुद मंत्रोच्चारण करने लगे। शंखनाद हुआ तो मंदिर में मौजूद सभी भक्तों के होठों से बस एक ही आवाज बुलंद हुई, हाथी घोड़ा पालकी,जय कन्हैया लाल की। जन-जन के आराध्य किशन कन्हैया के जन्म के वक्त रात 12 बजे शंख-घंटे की ध्वनि और वैदिक मंत्रों के बीच मंदिर में स्थापित कान्हा की प्रतिमा का अभिषेक हुआ।
हर ओर वातावरण कृष्णमय रहा। इस बार के जन्मोत्सव पर अद्भुत संयोग बना। द्वापर में जब कंस की कारा में कन्हाई ने जन्म लिया, तो जयंती और सर्वार्थ सिद्धि योग था। इस बार भी यही योग बना। कान्हा के जन्म से ठाकुरगंज नगर का कण-कण धन्य हो गया।
वहीं श्रीराम जानकी मंदिर के पुरोहित रामसेवक झा ने बताया कि सोमवार को लीलाधर भगवान श्रीकृष्ण का 5248वां जन्मोत्सव था। सर्वप्रथम मंदिर में स्थापित श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर सुबह छह बजे मंगला आरती के बाद पुष्पांजलि अर्पित की गई। श्रीकृष्ण को रेशम, जरी, लता-पताओं से सजी हरिचंद्रिका पोशाक पहनाए गए।
घड़ी ने जब रात के 12 बजे की ओर इशारा किया तो रजत कमल पुष्प पर विराजे भगवान कृष्ण का दुग्धाभिषेक किया गया। सैकड़ों कृष्णभक्तों की भीड़ इस अद्भुत पल की साक्षी बनी, तो खुशियों की थाह नहीं रही। इधर, कान्हा ने जन्म लिया और उधर, पूरे नगर में घरों से शंखनाद और घंटा बजाकर उनका जोरदार स्वागत किया। रात डेढ़ बजे तक लाला के दर्शन को ले पट खुले। इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ कांहा के दर्शन किए। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव समिति के अध्यक्ष भैरव यादव ने कहा कि बीते वर्ष कोरोना के कारण श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार का आयोजन सार्वजनिक रूप से नहीं हो पाया था। इस बार श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर आने की अनुमति मिली जिससे कृष्णभक्तों की काफी भीड़ उमड़ी। वहीं आयोजनकर्ता को भी यह अंदाजा नहीं था कि श्रीकृष्ण भक्त बड़ी संख्या में उमड़ेंगे। महोत्सव को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित व संपन्न कराने में ठाकुरगंज थानाध्यक्ष मोहन कुमार अपने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों व बल के साथ मुस्तैद दिखे। जन्मोत्सव कार्यक्रम को सफल बनाने में कमिटि के नीलेश भारती, मंगल किशोर राय, योगेश ठाकुर, ब्रजेश सिंह, पुनीत यादव, धनंजय सिंह, अमरनाथ राय, शिवा राय आदि सहित कमिटि के सभी सदस्यों ने अपनी महत्ती भूमिका निभाई।