बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
गत तीन दिनों से पहाड़ों पर भारी वर्षा के कारण प्रखंड में बहने वाली कई नदियां उफनाने लगी है और उग्र रूप धारण कर ली है। प्रखंड के करीब दर्जन से अधिक ग्राम पंचायत के कई गांवों में बाढ़ का पानी घरों में घुस तबाही मचाए हुए हैं। बाढ़ का पानी खेत-खलियानों से होते हुए गांव के घरों व इलाकों में प्रवेश कर चुका है। कई लोग अपना घर-द्वार छोड़ ऊंचे स्थानों और सड़कों पर शरण लिए हुए है। बारिश के बीच अपने परिवार के साथ लोग ट्यूबल का शुद्ध पानी पीने के लिए इधर-उधर भटकने को विवश हैं। इसका मुख्य कारण बाढ़ प्रभावित इलाकों में अधिकांश चापाकल डूब चुके हैं। ऐसे में इम्मयूनल हॉस्पिटल एसोसिएशन की प्राकृतिक आपदा टीम लगातार प्रभावित क्षेत्रों में जाकर वाटर प्यूरीफायर टैबलेट लोगों को उपलब्ध करा राहत पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं। इस संबंध में एसोसिएशन के रिलीफ कॉर्डिनेटर सुभाष दास ने बताया कि बुधवार को प्रखंड के खरना आदिवासी टोला, बंका वस्ती, काशीबाड़ी, अदरागुड़ी, बाखोटोली, बरबन्ना आदि कई गांव के करीब एक हजार आबादी को बाढ़ से जूझ रहे लोगों के बीच वाटर प्यूरीफायर टैबलेट बांटे गए। उन्होंने कहा कि बाढ़ के वक्त सबसे अधिक समस्या पीने का पानी का हैं। बाढ़ से प्रभावित इलाके में पीने के पानी को पीने से कई गंभीर बीमारी से ग्रसित हो सकते है। इसलिए ऐसे वक्त में बहुत ही कम समय में नदी के दूषित पानी को पीने लायक बनाने में वाटर प्यूरीफायर टैबलेट काफी लाभदायक है।