सारस न्यूज, किसनगंज।
ठाकुरगंज नगर पंचायत सह प्रखंड मुख्यालय में 30 बेड का सुपर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भवन तीन माह पुर्व बनकर तैयार है। लेकिन नगर सहित प्रखंड क्षेत्र के लोगों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। ठाकुरगंज प्रखंड के करीब 03 लाख की आबादी को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से निर्मित यह अस्पताल भवन उद्घाटन की बाट जोह रहा है। इसमें खर्च हुए 03 करोड़ 85 लाख रुपये व्यर्थ साबित हो रहे हैं। लेकिन इस ओर न किसी जनप्रतिनिधियों का ध्यान जा रहा है और न स्वास्थ्य विभाग सहित प्रशासनिक अधिकारियों का।
लोगों में आस जगी हुई हैं कि कब ठाकुरगंज प्रखंड के लिए नवनिर्मित सीएचसी अस्पताल से स्वास्थ्य सुविधाएं मिलनी शुरू होगी। जबकि पुर्व में स्वास्थ्य महकमा दावा कर रही थी कि इस वर्ष जनवरी माह के अंतिम सप्ताह अथवा फरवरी माह के पहले सप्ताह में पूरी व्यवस्था के साथ सीएचसी का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद इलाज के लिए लोगों को दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा।
बताते चलें कि प्रखंड के ग्रामीण व शहरी इलाकों में अभी तक इलाज के लिए 50 से 70 किमी की लंबी यात्रा तय कर लोगों को सदर अस्पताल किशनगंज तक जाना पड़ता है या पड़ोसी राज्य बंगाल के सिलीगुड़ी में इलाज के लिए दर-दर की ठोंकरे खानी पड़ती हैं। इन्हीं समस्याओं से निजात दिलाने के लिए ठाकुरगंज नगर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रोन्नत देकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निर्माण की कवायद शुरू की गई थी। हालांकि यह योजना 05 वर्ष पूर्व ही नीतीश सरकार द्वारा ठाकुरगंज को उपलब्ध कराई गई थी पर आवश्यक भूमि की अनुपलब्धता के कारण भवन केंद्र निर्माण गत चार वर्षों से अटका पड़ा था। पर जिला प्रशासन के पहल पर पीएचसी परिसर में ही पुराने भवनों को डिस्मेंटल कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण के लिए स्थान दी गई जो अब बनकर तैयार है। इसके लिए कुल 3.86 करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई थी। कोरोना काल मे कार्य प्रारंभ होने के बाद तेजी से निर्माण कार्य होने के कारण बहुत जल्द सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बन कर तैयार हो गया है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सुचारू रूप से संचालित हेतु सरकार द्वारा पूर्व से ही पद सृजित किए गए हैं ताकि एक बड़ी आबादी को सुविधा पूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सके। उसके बावजूद स्वास्थ्य इकाई के निर्मित होने के बाद भी प्रखंड के करीब तीन लाख की आबादी को चिकित्सा मुहैया कराने वाली 30 शय्या वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा से क्षेत्र के लोग वंचित है।
स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेगी। इसमें ओपीडी कक्ष, पंजीकरण केंद्र, प्रयोगशाला, एक्स-रे माइनर व मेजर ऑपरेशन थियेटर, नि:शुल्क दवा केंद्र, आपातकालीन कक्ष, प्रसव कक्ष, स्त्री-पुरुष व शिशु वार्ड की सुविधा है। साथ ही चिकित्सक व स्टाफ के लिए अलग से कमरे की भी व्यवस्था है। केंद्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि के साथ-साथ विशेषज्ञ चिकित्सक व मैन पावर बढ़ने के कारण क्षेत्र के लोगों के लिए यह काफी लाभदायक साबित होगा।
आज से लगभग चार माह पूर्व भवन निर्माण कार्य पूरा होने के बाद संवेदक द्वारा इसे पीएचसी प्रभारी के सुपूर्द के लिए कहा गया। बावजूद, आज तक इसका उद्धाटन नहीं हुआ। जिसके चलते करीब तीन लाख की आबादी बेहतर चिकित्सकीय सुविधा से वंचित है।
इस संबंध में पीएचसी प्रभारी डॉ. अमरेंद्र कुमार ने बताया कि नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकीय संसाधन के लिए अभी विभाग द्वारा आवंटन प्राप्त नहीं हुआ है। साथ ही संसाधन मुहैया होने के बाद उद्घाटन के लिए वरीय अधिकारियों से निर्देश मांगा गया है। इधर नपं अध्यक्ष प्रमोद कुमार चौधरी ने स्थानीय सांसद विधायक एवं जिला पदाधिकारी से इस दिशा में सार्थक पहल करने की मांग की है ताकि जिस मकसद से इस स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण किया गया है।इसका समुचित लाभ इलाकाई लोगों को मिल सके।
