सारस न्यूज एजेंसी, नई दिल्ली।
देश के अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस सर्वोच्च पद के लिए होने वाले चुनाव की अधिसूचना अगले हफ्ते 15 जून को जारी होगी और सभी उम्मीदवार 29 जून तक अपना नामांकन करा सकेंगे। राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को होगा जिसके नतीजे तीन दिन बाद 21 जुलाई को आएंगे। देश के मौीजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है। उन्होंने 25 जुलाई 2017 को देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी।
देश के सबसे बड़े पद के लिए संसद के दोनों सदनों यानी लोकसभा और राज्यसभा में चुनकर आए सांसदों के अलावा दिल्ली और पुडुचेरी समेत सभी राज्यों की विधानसभाओं के चुने हुए सदस्य मतदान करते हैं। लोकसभा, राज्यसभा या विधानसभाओं के नॉमिनेटेड यानी मनोनीत सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में मतदान नहीं कर सकते। इसी तरह विधान परिषद के सदस्य भी मतदान में हिस्सा नहीं लेते।
इस चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानसभा के सदस्य वोट डालेंगे। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसद ही वोट डाल सकते हैं। 12 मनोनीत सांसद इस चुनाव में वोट नहीं डालते हैं। इसके साथ ही लोकसभा के सभी 543 सदस्य वोटिंग में हिस्सा लेंगे। इनमें हाल में होने जा रहे आजमगढ़, रामपुर और संगरूर में उप चुनाव में जीतने वाले सांसद भी शामिल होंगे। इसके अलावा देश के सभी राज्यों के कुल 4 हजार 33 विधायक भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालेंगे। इस तरह से राष्ट्रपति चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 4 हजार 809 होगी। हालांकि, इनके वोटों का मूल्य अलग-अलग होगा। गौरतलब है कि रामनाथ कोविंद 2017 में राष्ट्रपति बनने से पहले बिहार के राज्यपाल थे। राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें 65.65 फीसदी वोट हासिल हुए थे, जबकि लोकसभा की पूर्व स्पीकर मीरा कुमार को 34.35 फीसदी मत मिले थे। के आर नारायण के बाद कोविंद देश के दूसरे ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो अनुसूचित जाति से आते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी अहम तारीखें:-
15 जून- अधिसूचना जारी होगी।
29 जून- नामांकन की अंतिम तारीख।
30 जून- नामांकन की जांच।
02 जुलाई- नामांकन वापसी की अंतिम तारीख।
18 जुलाई – मतदान।
21 जुलाई – मतगणना।
25 जुलाई – शपथग्रहण।