सारस न्यूज एजेंसी, पटना।
बिहार में शराबबंदी से जुड़ी छापेमारी के दौरान अपराधियों व तस्करों से होने वाली मुठभेड़ को देखते हुए मद्य निषेध विभाग के सिपाहियों को अत्याधुनिक हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मद्य निषेध विभाग को मई में 369 नए सिपाही मिले हैं। जिनका प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हो गया है। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि इन नए सिपाहियों को एके-47 व इंसास रायफल के साथ नाइन एमएम पिस्टल जैसे अत्याधुनिक हथियार चलाने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उत्पाद आयुक्त ने बताया कि 369 सिपाहियों में 283 पुरुष बल है। जिनका प्रशिक्षण केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रशिक्षण केंद्र में कराया जा रहा है। वहीं 86 महिला सिपाही हैं। जिनको जल्द ही बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की महिला विंग द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान सभी पुलिस बलों को गाड़ी चलाने व तैराकी से लेकर अत्याधुनिक हथियारों को चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के पास वर्तमान में करीब पांच हजार पुलिस बल है। उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि राज्य स्तर पर अभी 11 हजार से अधिक होमगार्ड की बहाली की प्रक्रिया चल रही है। इनमें करीब एक हजार होमगार्ड के जवान मद्य निषेध विभाग को मिलने की संभावना है। इससे जिलों में शराबबंदी की चौकसी और मजबूत होगी।
उत्पाद आयुक्त ने बताया कि मई माह में पुलिस और उत्पाद विभाग ने मिलकर रिकार्ड 13 हजार 201 लोगों को उत्पाद अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया है। इनमें शराब की होम डिलवरी करने वाले 707 शराब तस्कर भी शामिल हैं। पूरे माह में 90 हजार 358 छापेमारी की गई जबकि 8487 अभियोग दर्ज किए गए। इस दौरान तीन लाख 40 हजार लीटर से अधिक देसी-विदेशी शराब जब्त की गई है। इस अवधि में 1362 वाहन जब्त किए गए हैैं।