सारस न्यूज टीम, सारस न्यूज, किशनगंज।
गर्म हवायें व लू मनुष्यों के साथ जानवरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। किशनगंज जिले में बढ़ती गर्मी के साथ गर्म हवाओं का चलना तेज हो गया है। ऐसे में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा एवं प्रबंधन विभाग बिहार सरकार ने राज्य के गर्मी प्रभावित इलाकों में लू व गर्म हवाओं से बचाव के लिए आवश्यक एडवाइजरी जारी की है। जिलों से प्रत्येक दिन लू व गर्म हवाओं से प्रभावित मरीजों के आंकड़ों की मांग भी की गई है। सामान्यत गर्मी के दिनों में तेज धूप और लू के थपेड़ों से लोग परेशान होते हैं। इसका प्रतिकूल प्रभाव मानव शरीर पर भी पड़ता जो कभी-कभी जानलेवा भी साबित हो सकता है। इस संबंध में सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में वर्णित उपायों का पालन कर गर्म हवाओं व लू के प्रतिकूल प्रभावों से काफी हद तक बचा जा सकता है।
गर्म हवाएं/लू से बचने के लिए क्या करें सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया, जिले में लू व गर्म हवाओं का चलना जारी है। गर्म हवायें व लू मनुष्यों के साथ जानवरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है। ऐसे में अपने पालतू जानवरों का भी ख्याल रखें। उन्हें छायेदार स्थानों पर रखें, समय-समय पर पानी पिलाते रहें। वहीं, ऐसे में गर्म हवाओं व लू से बचने के लिए निम्न उपाय करें जहां तक संभव हो कड़ी घूप में बाहर न निकलें। जितनी बार हो सके पानी पीयें, बार-बार पानी पीयें। सफर कर रहें हों तो अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें। घरों से बाहर खाली पेट न निकलें। ढीले-ढाले व सूती कपड़ों का उपयोग करें। सिर ढकने के लिए गीले गमछे का प्रयोग करें।अधिक तापमान में परिश्रमी कामों से बचें। आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें। शरीर में तरल की मात्रा बनाये रखने के लिए घर में बने पेय पदार्थों जैसे-लस्सी, छाछ, नमक-चीनी का घोल, नींबू-पानी, आम का पन्ना, शर्बत आदि का उपयोग करें। गर्म पेय पदार्थों एवं प्रोटीनयुक्त भोजनों के सेवन से बचें। विश्वसीनय सूत्रों से मौसम पूर्वानुमान एवं तापमान परिवर्त्तन संबंधी अद्यतन जानकारियों से अवगत होते रहें। रात्रि विश्राम के लिए हवादार कमरों का उपयोग करें। तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आये तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर या निकटम उपलब्ध चिकित्सकों से सम्पर्क करें।
लू लगने पर क्या करें
लू से प्रभावित व्यक्ति के प्राथमिक तौर पर बचाव के निम्न उपाय करें: लू से प्रभावित व्यक्ति को छांव में लिटायें, हो सके तो शरीर पर तंग कपड़ों को ढीला करें या हटा दें। ठंडे गीले कपड़ों से शरीर को पोछें या ठंडे पानी से नहलायें। शरीर का तापमान कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें। गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें। प्रभावित व्यक्ति को ओ.आर.एस./नींबू-पानी नमक चीन का घोल, छाछ या शर्बत पीने को दें, जिससे शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सकें। प्रभावित व्यक्ति यदि पानी की उल्टियां करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने-पीने को न दें। हालात में आवश्यक सुधार न आये तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ले जायें। सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिए गए गए हैं आवश्यक निर्देश।
सिविल सर्जन डॉ किशोर ने बताया, वर्तमान में भीषण गर्मी और लू से होने वाली स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं से निपटने के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर और समुचित चिकित्सकीय प्रबंधन सुनिश्चित कराने का निर्देश प्राप्त हुआ है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जल्द ही सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ बैठक कर हर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए एक्शन प्लान भी तैयार किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा, मैं जिले वासियों से अपील करता हूँ कि भीषण गर्मी, लू व तेज धूप के प्रभाव से बचाव के लिए पानी का भरपूर सेवन, मौसमी फलों का सेवन, नमक-चीनी का घोल, छाछ, नींबू पानी, आम का शरबत, लस्सी, तरबूज, खरबूज, खीरा, ककड़ी, कच्चे प्याज सत्तु, पुदीना, सौंफ आदि का सेवन करें। साथ ही अनावश्यक धूप में नहीं निकलें।