सारस न्यूज़, टेढ़ागाछ, किशनगंज।
दशकों से सुहिया घाट पर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा पुल की मांग की जा रही है, लेकिन आजतक रेतुवा नदी में पुल निर्माण नहीं हो सका है। जिसके कारण यहां के लोगों को आवाजाही करने में भारी परेशानी हो रही है। इन दिनों यहां की तस्वीर सच बयां कर रही है। जिसे देखकर आप समझ सकते हैं कि यहाँ के लोगों को क्या परेशानी है। ऐसे में सरकार के विकास कार्यो पर सवाल उठना लाजमी है। टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत चिल्हनियाँ पंचायत स्थित सुहिया घाट की यह तस्वीर विकास की पोल खोल रही है। यहां रेतुवा नदी को पार करने के लिए घाट पर ना तो पुल है और ना हीं नाव की व्यवस्था है। ट्रैक्टर पर बाइक चढ़ा कर नदी पार कर रहें हैं लोग। स्थानीय लोगों ने जिला पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करते हुए सुहिया घाट की सुधि लेने की मांग की है।
बताते चलें कि रेतुवा नदी से पूरब हॉटगांव, रहमतपुर, आमबाडी, कुछहा, खर्रा, डाकपोखर, नृत्यशाला, सुहिया, तेधरिया, गिल्हनी, बेणुगढ़, कुवाड़ी, महुआ, धाधर, खाड़ीटोला, रूपनी, देवरी आमबाड़ी, हैदलाचौक, बैगना, मटि सेयारी, हरहरिया, सिरनियॉ, बैलटोली, चंद्रगांव, लोचा, कलापहाड़, बेलगच्छी, तालिम नगर खर्रा, पांचगाछी आदि वहीं रेतुवा से पश्चिम चिल्हनियॉ, बेतबाड़ी, पंखाबाड़ी, चैनपुर, देवरी, बिहार, दुर्गापुर, आमगाछी, मालद्वार, मियांपुर, बभंनगामा, खजूरबाड़ी, गम्हरिया, हवाकोल, दर्जनटोला, महादेवकोल, गोढिया हाट, भोजपुर, कलियागंज, धवेली, कमाती, झाला, धूमगढ़, बलुआ जागीर सहित दर्जनों गांवों एवं चार प्रखंड सिकटी, पलासी, टेढ़ागाछ व बहादुरगंज के लोगों का आवागमन इसी घाट से होता है।
