सारस न्युज, किशनगंज।
शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज के प्रांगण में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टीबी उन्मूलन के लिए जन-भागीदारी का अभियान के दौरान टीबी रोगियों की सहायता का संकल्प लिया गया। इस दौरान समुचित उपचार के बाद टीबी रोग से मुक्ति पाने वाले रोगियों के बीच टीबी रोज से दूर रहने के लिए उचित सलाह दिए गए। जिला यक्ष्मा इकाई, किशनगंज द्वारा चलाए जा रहे उक्त कार्यक्रम के दौरान सीएचसी ठाकुरगंज के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान को उच्च प्राथमिकता देना तथा इस अभियान को जन-आंदोलन बनाना सभी नागरिकों का कर्तव्य है, क्योंकि टीबी हमारे देश में अन्य सभी संक्रामक बीमारियों से सबसे अधिक मृत्यु का कारण है। उन्होंने कहा कि ठाकुरगंज प्रखंड के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 24 मार्च से 13 अप्रैल तक टीबी मुक्त भारत अभियान कार्यक्रम के तहत यक्ष्मा मरीजों की खोज की जाएगी। उन्हें नि:शुल्क जांच एवं उपचार उपलब्ध कराया जायेगा। उनके द्वारा बताया गया कि सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर उक्त तिथि पर टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत जहां सीएचओ कार्यरत है वहां टीबी रोगियों की सघन खोज एवं पहचान कर जांच एवं उपचार की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों, कॉरपोरेट्स, गैर सरकारी संगठनों और व्यक्तियों को नि-क्षय मित्र बनने के लिए आह्वान किया ताकि रोगियों को उनकी यात्रा पूरी करने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा कि लोग या कोई संस्थान अपनी सुविधानुसार नि-क्षय सहायता के लिए रोगियों का चयन कर सकते हैं। नि-क्षय मित्र चिन्हित टीबी रोगियों को मासिक पोषण किट देकर और जाँच व रोजगार से जुड़ी मदद कर अपना योगदान दें।
इस मौके पर बीएचएम बसंत कुमार, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक शिवानी राय, बीसीएम कौशल कुमार, यूनिसेफ के प्रखंड समन्वयक एजाज अंसारी, सीएचओ चित्रलेखा चौधरी, श्रेष्ठा दास, शबाना खातुन, सुरेश काजला, ललित शर्मा, मांगीलाल, सूरज कुमार, व मधु कुमारी, लेब टेक्नीशियन चंद्रभूषण पंडित, प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्याकंन सहायक अखिल प्रसून, डाटा ऑपरेटर राहुल कुमार आदि सहित आशा कार्यकर्त्ता व अन्य स्वास्थकर्मी मौजुद रहे।
