सारस न्यूज, किशनगंज।
शुक्रवार की देर रात को ठाकुरगंज प्रखंड के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में आई आंधी के साथ ओला वृष्टि से खासकर मकई की खेती को काफी नुकसान पहुंचा है। आंधी के साथ साथ ओले पड़ने से किसानों को माथे पर सिकन देखी जा रही है। सबसे अधिक नुकसान बेसरबाटी पंचायत के बिरानगच्छ इलाके में हुई। लगभग दो दर्जन किसानों के खेतों में तैयार हो रहा मक्का की फसल आंधी व ओलावृष्टि की भेंट चढ़ गया। इस क्षेत्र में लगे लगभग 50 एकड़ से भी अधिक मक्का के फसल की क्षति का अनुमान है।
किसानों में संजीव सिंह, ताला मुर्मू, दीपक मुर्मू, एतबार टुडू, ब्रह्मदेब पंडित, मंगल टुडू, मो अब्दुल, मुन्ना किस्कु, रंजीत पासवान, रवि टुडू, मुनिलाल टुडू, सुनील टुडू, रामचंद्र रॉय, साहला हसदा, रामाश्रय राय, पर्वत चंद्र, गनोर यादव, मुखिया सिंह, जगदीश पंडित आदि में बताया कि पल भर की आंधी व ओलावृष्टि ने हमारा सब कुछ बर्बाद कर दिया।
उक्त किसानों ने बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर काफी मेहनत से सींचकर मक्के के पौधे को तैयार किया था और उसमें बालियां भी आने शुरू हो गए थे। दर्जनों एकड़ में मक्के का पौधा जमीन पर सो गया और कई एकड़ में लगे मक्का का पौधा तो बीच से ही टूट गया। किसानों ने कृषि विभाग एवं जिला प्रशासन से सर्वेक्षण कराकर फसल सहायता योजना के तहत मुआवजे देने की मांग की है।
