सारस न्यूज टीम, पूर्णिया।
पूर्णिया प्रमंडल की प्रशासनिक गतिविधियों की जिम्मेदारी अब गोरखनाथ के ऊपर रहेगी। बुधवार को पूर्णिया के 32वें प्रमंडलीय आयुक्त के रूप में वरिष्ठ आइएएस अधिकारी गोरखनाथ ने अपना पदभार संभाल लिया है। कमोवेश वर्तमान में अधिकांश अधिकारियों के प्रति आम नजरिए के विपरीत लोगों में एक नई उम्मीद जगी है। गोरखनाथ से जनहित के परिप्रेक्ष्य में अनुकूल तेवर से विकास के ढांचे तथा इसके क्रियान्वयन की दशा-दिशा में सुधार के लिए लोगों को उम्मीद जगी है। प्रथम दिन ही पहला एक्शन से लोगों की आस बढ़ी हैं। 32 वें प्रमंडलीय आयुक्त गोरखनाथ द्वारा बुधवार को पदभार संभालते ही पहला एक्शन भी लिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनियुक्ति संबंधी एक मामले में आदेश को पलटा है और आगे से विभागीय नियमों पर चलने का सख्त संदेश भी दिया है। इधर प्रमंडलीय आयुक्त का पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने प्रमंडलीय कार्यालय के सभी कर्मियों से अनौपचारिक मुलाकात की। वहीं मीडिया से बात करते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी।उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि विकास व्यक्तिगत न होकर जन की हो। सरकार की योजनाओं का लाभ आम जन तक मिले, इसको लेकर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चूंकि इससे पहले वे स्वास्थ्य विभाग में थे, इस कारण स्वास्थ्य के क्षेत्र पर उनका विशेष ध्यान रहेगा। वहीं जल्द ही पूरे प्रमंडल के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रमंडल के स्वास्थ्य संबंधी कमियों पर चर्चा की जाएगी और उनकी कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रमंडलीय कार्यालय से व्यक्तिगत नहीं बल्कि जनहित में काम होगा। उन्होंने बताया कि पूर्णिया आने के साथ मीडिया से खबर मिली की सिविल सर्जन के द्वारा डॉक्टरों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिस पर उन्होंने स्वत: संज्ञान लेते हुए सिविल सर्जन को प्रतिनियुक्ति के आदेश को निरस्त करने का निर्देश दिया है। सिविल सर्जन के पास किसी भी चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति का अधिकार नहीं है। आपात स्थिति में किसी भी चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति किया जा सकती है, लेकिन उसके लिए भी सरकार से आदेश प्राप्त करने का नियम है। सरकार द्वारा जिस चिकित्सक की जहां नियुक्ति की गई है, उन्हें वहीं ड्यूटी करनी होगी।
नगर निगम के विकास कार्य के मुद्दे पर प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि नगर निगम में चल रहे कार्य को लेकर वे नगर आयुक्त के साथ बात करेंगे। नगर निगम क्षेत्र में अतिक्रमण और वेंडिग जोन की समस्या पर उन्होंने कहा कि अभी उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। अगर पूर्व में वेंडिग जोन को लेकर प्रमंडलीय कार्यालय स्तर से कोई पहल की गई होगी तो उस मामले में भी काम किया जाएगा। जहां तक नगर निगम क्षेत्र में अतिक्रमण व अवैध निर्माण की बात है, तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान आयुक्त के सचिव राजेश कुमार चौधरी, प्रशाखा पदाधिकारी संजय कुमार सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।