प्रतिनिधि, सारस न्यूज़, अररिया।
जिला मुख्यालय के महादेव चौक स्थित पायनियर कोचिंग सेंटर एवं पायनियर लाइब्रेरी कैंपस में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी मां सरस्वती की भव्य पूजा का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत माहौल देखने को मिला। बड़ी संख्या में श्रद्धालु, छात्र-छात्राएं और कोचिंग से जुड़े लोग इस पावन अवसर पर मौजूद रहे।
पूजा के दौरान मां सरस्वती की प्रतिमा को फूल-मालाओं और रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया गया। पूरे परिसर में भक्तिमय वातावरण बना रहा, जहां सुबह से ही श्रद्धालु मां सरस्वती के दर्शन के लिए पहुंचने लगे। इस दौरान भजन-कीर्तन और मंत्रोच्चार से माहौल भक्तिमय हो गया। पूजा के पश्चात, कोचिंग संचालक, शिक्षकगण और विद्यार्थियों ने मिलकर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया।
पायनियर कोचिंग सेंटर के संचालक कृष्णा कुमार ने बताया कि उनके संस्थान में पिछले 15 वर्षों से सरस्वती पूजा भव्य रूप से मनाई जाती है। इस दौरान सामाजिक जागरूकता पर आधारित झांकियां भी प्रस्तुत की जाती हैं, जिससे विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक मूल्यों की भी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि मां सरस्वती केवल विद्या की देवी ही नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा का भी प्रतीक हैं।
पूजा के अगले दिन, मंगलवार को शाम 4 बजे मां सरस्वती की प्रतिमा का भव्य विसर्जन किया गया। गाजे-बाजे, ढोल-नगाड़ों और जयकारों के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। शोभायात्रा कोचिंग परिसर से निकलकर विभिन्न मार्गों से होते हुए परमान नदी पहुंची, जहां श्रद्धालुओं ने नम आंखों से मां सरस्वती को विदाई दी।
प्रतिमा विसर्जन के समय माहौल भावुक हो गया। कोचिंग के शिक्षक और छात्र-छात्राएं मां सरस्वती से आशीर्वाद मांगते हुए अगले वर्ष फिर से भव्य आयोजन का संकल्प लेते नजर आए। इस मौके पर दर्जनों शिक्षक, छात्र-छात्राएं और स्थानीय श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूजा के सफल आयोजन में कोचिंग प्रबंधन और शिक्षकों की अहम भूमिका रही, जिन्होंने इस कार्यक्रम को एक शानदार आयोजन का रूप दिया।
