बीरबल महतो, सारस न्यूज़, किशनगंज।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डॉ आदित्य कुमार झा के निर्देशानुसार कालाजार रोग से बचाव को लेकर प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय ठाकुरगंज के प्रांगण में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गुरुवार को आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रखंड के शहरी व देहाती क्षेत्रों में कार्यरत ग्रामीण चिकित्सकों को घर-घर कालाजार मरीजों की पहचान कराने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इस मौके पर प्रशिक्षक सह वेक्टर बॉर्न रोग सुपरवाइजर आशुतोष कुमार कात्यायन ने कहा कि कालाजार फिर से पांव नहीं पसारे, इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के जिला वेक्टर बॉर्न डिजिज नियंत्रण इकाई की ओर से कालाजार रोग के लक्षण की पहचान व बचाव के लिए ग्रामीण चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण शुरू किया गया है। प्रशिक्षण बाद ग्रामीण स्वास्थ्य चिकित्सक अपने क्लीनिक में कालाजार के लक्षण सामने आने पर पीएचसी ठाकुरगंज में जांच कराने में सहयोग करेंगे।
पीएचसी में कालाजार लक्षण वाले व्यक्तियों का आरके-39 नामक कीट से जांच की जाएगी। कालाजार पाए जाने पर उनका इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को 15 दिन से अधिक समय तक बुखार रहे तो सतर्कता व सावधानी जरूरी है। घर घर जाकर कालाजार मरीजों की पहचान की जाएगी। कालाजार उन्मूलन लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रयत्नशील है। वहीं ग्रामीण स्वास्थ्य चिकित्सकों को गुरुवार से ही कालाजार मरीजों खोज एवं पहचान शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसअभियान के दौरान ग्रामीण चिकित्सक स्वास्थ्य सामुदायिक कार्यकर्ता घर घर जाकर कालाजार मरीजों की पहचान करेंगे। इस संबंध में कालाजार रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत आवश्यक गाइडलाइन भी जारी किया गया। इसके साथ ही ऐसे मरीज जिन्होंने एंटीबायोटिक दवा का सेवन किया हो एवं उसके बाद भी बुखार ठीक ना हुआ हो, भूख की कमी एवं उदर का बड़ा होना जैसे लक्षण हो, उन्हीं व्यक्ति की जांच आरके 39 किट द्वारा किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे मरीजों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को रेफर किया जाना है तथा सभी अस्पतालों में फ्री इलाज कालाजार मरीजों के लिए की जा रही है। इसकी सुविधा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में निःशुल्क उपलब्ध है। सरकारी अस्पताल में इलाज कराने के सरकारी प्रावधान की जानकारी भी अभियान के द्वारा दी जाएगी। इस मौके पर प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से ग्रामीण स्वास्थ्य चिकित्सक मौजूद थे
